9. हास्य व्यंग्य, लोग कि Philosophy Titelbild

9. हास्य व्यंग्य, लोग कि Philosophy

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Über diesen Titel

लोग अपनी ही philosophy बनाए जा रहे हैं, जबकि वे खुद Philosopher नहीं हैं... हास्य व्यंग्य काव्य | यहाँ Philosophy का अर्थ है :- लोगों का अपने प्रति या दूसरों के प्रति अपनी बनाई हुई विचार धारणाएँ... अधिकतर लोगो कि धारणाएँ ( मत ) उनकी खुद कि मनोमय होती है, उन्होंने उसे समझा या अनुभव नहीं किया होता है... ||
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