
LGBTQ Community: क्यों रेनबो झंडा खास है और प्राइड परेड ज़रूरी
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Über diesen Titel
Intro: साल 2018 का सितंबर महीना। 6 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया। फैसला यह कि अब से समलैंगिकता अपराध नहीं है। धारा 377 को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया गया। धारा 377 दरअसल वह कानून था जो समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी में गिनता था।
यह फैसला आते ही LGBTQ Community में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। हर तरफ जश्न मनाया जाने लगा। सड़कों पर लोग इंद्रधनुषी रंगों वाला झंडा ख़ुशी से लहराने लगे। इसी तरह अक्सर हम ‘प्राइड परेड’ का नाम सुनते हैं और इनकी तस्वीरें देखते हैं। उसमें भी यह इंद्रधनुषी झंडा दिखाई देता है। दरअसल इन मौकों पर दिखाई देने वाला यह रेनबो फ्लैग LGBTQ समुदाय की पहचान है। दुनियाभर के समलैंगिक लोग इसी झंडे तले अपनी एकजुटता दिखाते हैं।
आप सुन रहे हैं Unbound Script और आज हम जानेंगे कि आखिर यह रेनबो जैसा दिखने वाला झंडे का क्या मतलब है? और ये प्राइड परेड क्या होता है?