द रेड डायमंड - एक कामुक लघुकथा Titelbild

द रेड डायमंड - एक कामुक लघुकथा

Reinhören
0,00 € - kostenlos hören
Aktiviere das kostenlose Probeabo mit der Option, monatlich flexibel zu pausieren oder zu kündigen.
Nach dem Probemonat bekommst du eine vielfältige Auswahl an Hörbüchern, Kinderhörspielen und Original Podcasts für 9,95 € pro Monat.
Wähle monatlich einen Titel aus dem Gesamtkatalog und behalte ihn.

द रेड डायमंड - एक कामुक लघुकथा

Von: ओलरिक
Gesprochen von: Alka Chohan
0,00 € - kostenlos hören

9,95 € pro Monat nach 30 Tagen. Monatlich kündbar.

Für 0,95 € kaufen

Für 0,95 € kaufen

Über diesen Titel

मेरी जीभ ने उसके दूसरे स्‍तन के निप्‍पल का स्‍पर्श किया ही था, जब उसकी तेज़ चलती सांसों से ऐसा महसूस हुआ कि वो चरम सुख तक बस पहुंचने ही वाली है।

"वो पत्‍थर कितना बड़ा है?" मैंने पूछा। वह हांफते हुए बोली: "ज़्यादा बड़ा नहीं..."

मैंने फिर से उसकी चूचियों को अपने मुंह में ले लिया। अब वो एक पत्‍ते की तरह कांप रही थी और मैं बड़ी आसानी से उसकी चोली खोल रहा था। तीखे और सख्‍त निप्‍पलों वाले उसके खूबसूरत जवान स्‍तन बड़े गुस्‍ताख थे।

मैं कूदकर उसके बगल में पहुंचा, उस पर झुका और फिर से अपना सवाल दोहराया: "वो पत्‍थर कितना बड़ा है?"

जब अपना करियर बनाने के लिए संघर्ष कर रहे एक प्राइवेट जासूस को एक नई जवान महिला क्‍लाइंट से एक घटिया से बार में मिलने को कहा जाता है तो वह तैयार हो जाता है। उसे एक क्षण के लिए भी उस औरत की दुखद कहानी पर यकीन नहीं होता, लेकिन वो इतनी कामुक है कि वो उसके झूठ को स्‍वीकार कर लेता है। क्‍या पता उस सेक्‍सी कामुक क्‍लाइंट के इरादे कुछ और हों...

यह लघु कथा स्वीडन की फ़िल्म निर्माता एरिका लस्ट के सहयोग में प्रकाशित की गई है। उनकी मंशा जानदार कहानियों और कामुक साहित्य की चाशनी में जोश, अंतरंगता, वासना और प्यार में रची-बसी दास्तानों के ज़रिए इंसानी फ़ितरत और उसकी विविधता को दिखाने की है।

ओलरिक, कामुक कहानियों के लेखक हैं और इन्होंने कई कामुक लघु कहानियां लिखी हैं। इनकी लिखी और कहानियां हैं: डर्टी डॉक्टर, द निम्फ़ एंड द फ़ॉन्स, स्पैनिश समर, द रेड डायमंड, जेनी द पाइरेट और द गेम विद मिस्टर एक्स।

Explicit Language Warning: you must be 18 years or older to purchase this program.

©2020 Lindhardt og Ringhof (P)2020 Lindhardt og Ringhof
Literatur & Belletristik
Noch keine Rezensionen vorhanden